Sunday, December 17, 2017

ये सूरज आपका है

ये मेरा दोस्त है
प्राची उसका नाम
बिनोय है मैं
अब का या पहले का ?
क्या करूँ मैं ?
इतना साल से
दिल मैं रहेगा तो
दिल को क्या होगा ?
प्यार को क्या ?
मिलना मुश्किल है तो
कैसे मिलन ?
पता नहीं उनको भी ऎसा है तो
क्या होगा?कैसे?
छोड़के गया वहाँ से
जिस जगह मुछको भगाया
वहां से गया वो भी
अब तो क्या करूँ ?
उसको कैसे मिलूँ ?
ये मेरा प्राची
कहाँ है वो ?
रास्ता पे ये फूल ज्यादा नहीं धा मेरा
अब तो बारिष गिरता है
मोरे आया पेड़ में
फिर भी नहीं मिलेगा तो
आगे कैसे नाचूँ?
कैसे आऊं फूल 
पहाड़ मे जंगल में
और हमारा दिल मे ?
बच्ची कहाँ है उसका?
क्या करूँ वो?
क्या नाम है उसका?
और क्या तेरा?
बेट्टा को क्या हुवा ?
केस उनको मिलूँ -
और तुम को ?
आजाओ मेरा सात
बैदो
समय है हमको
बात करो कुछ
नहीं हे तो कैसा ?
ये सूरज आपका है
और मेरा भि
मोर का आवाज़
आते है दूर से
पता नहीं की ये भाषा
ढीक है या नहीँ
फिर भी हम भी
आवाज़ देता है
कैसे करूँ ये प्यार?

0 Comments:

Post a Comment

Subscribe to Post Comments [Atom]

<< Home